गुरुवार, 18 जुलाई 2013


सुशाशन   बाबु तो अब बेबस और लाचार  हो गए  इसका ज्वलंत उदहारण हैं की बीते एक महीने चार बड़े घतानाये  उनके सुशाशन  के पोल खोल दिए  और अब उनको ये जवाब देना ही होगा  की आखिर क्यूँ इस कदर लाचार  हो गए  जैसे ही अपने को बीजेपी से अलग किये और इसका फायद तो जरुर ही बीजेपी को मिलेंगा क्योकि बीजेपी की जहाँ कही भी सरकार है वंहा विकाश और अच्छी गोवेर्नेस  कायम है  यही कारण  हैं की जब तक बिहार में अलायन्स  सरकार थी सुशाशन का बोलवाला  था जैसे ही बीजेपी की अलायन्स भंग हुआ सब कुछ रातो रात बदल गए। अरे नितीश बाबु भी समझ  नहीं पा रहे हैं की ये सब क्या हो रहा हैं ? नितीश बाबु ऐसा ही होता अगर अकले सरकार चलाना पड़ता  आपको , क्योकि जिस लालू की नाकामी के नाम पर वोट मांगे थे आज के तारीख में आधे दर्जन सिपाह  सहलाकार  आपने उन्ही की पार्टी के अपने दांयें  बाएं  बिठा लिए हैं  जो आप को मिटटी पलित  करने में जयादा समय नहीं लेने देंगे।  दो शाल के बाद इलेक्शन होना हैं और दो शाल तक बिहार की कामन आपके हाथ  में हैं जो बिहार की  जनता  नहीं चाहते क्यूंकि जब आप एक महीने, सुशाशन  नहीं दे पांए दो शाल में क्या होगा ! भगवान बचाए आपके सुशाशन से बिहार की जनता को। लेकिन आप जरुर ऐसे सिपाह सहालकार   बचे जो आप को गर्त में मिला कर दम लेंगे। 

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