मंगलवार, 5 नवंबर 2013

 फिक्की सलाह:-
कपिल सिब्बल साब ने जब यह वाक्य अपने मुखबिन्दु से निकला तो आश्चर्य तो नहीं हुआ पर हसी जरुर आई क्यूंकि एक ऐसे शख्स जो भर्ष्टाचार कई मामले में अपने आप को संलिप्त  पाकर भी सच कि दुकान खोले हुए हैं। जनाब, यदि इस तरह कि बात कहंगे तो जग हसाय ही होगा, हँ!, लेकिन थोडी बहुत मीडिया का कवरेज जरुर मिलेगा जो आपका बचा -कूचा इमेज भी खराब कर देगा जिस कारन आपका हरष बिल्कुल दिग्विजय सिंह जैसा हो जायेगा जो बोलते बहुत पर सुनते कोई भी नहीं और यदि भूल-चुक में कोई सुन भी लिया दूसरे कान से निकाल देते हैं,  तज्जुब के नाम पर ठेंगा ही मिलते हैं । अन्तः हमारी आग्रह पर जरुर गौड़ करके भविष्य कुछ बोलने से पहले अपने गिरबान में जरुर झाकें ताकि जग हसाय से बचे। ध्यनबाद !!!

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