गुरुवार, 24 अक्तूबर 2013

मैं अपने आप को असुरिक्षित महसूस करता हूँ और इसके बारे में कई बार मैंने प्रशासन को लिखा पर अभीतक हमें कोई जवाब नहीं मिला लेकिन कल जब मानिये राहुलजी का भाषण सुना तो समझ में आ गया की जब सरकार अपने सर्वेसर्वा को सुरक्षा मुहैया नहीं करा सकती हैं तो हम जैसे कॉमन मेन को कौन सुने?..........

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