रविवार, 27 अक्तूबर 2013

जरा सोचिये:-
अरे  बिहार में क्या हो रहा हैं ? नितीश तो बटुआ गया हैं, भाई,  पटना में शिल- शिलेवार धमाका हो रहा था और शुशाशन बाबु सो रहे थे।  अगर दुश्मन भी आपके घर आये तो उसको मेहमानबाजी की जाती हैं पर नितीश बाबु तो मेहमानबाजी का मिशाल तो पेश नहीं किया पर बिहारियों का मजाक जरुर उड़ाए।  जनाब, बिहार के जनता इसका हिसाब तो जरुर लेगा पर नितीश बाबु से  नम्रता और विवेक ने भी साथ छोड़ गए, क्या उनके अंह उनके ऊपर हावी हो गए, शायद यही उनको लेकर डूबेंगे। पर उनके एक नेता है साबिर अली, जो बेतुका बयानदेने में आगे रहते हैं, जिस तरह के बयान दे रहे हैं, जाने अनजाने में अलगवादी और आंतकवादी को सहयोग कर रहे हैं। क्या इन नेताओ को राजनीती के सिवाय कुछ और नहीं सुझता हैं इसलिए तो एनसीपी हो या कांग्रेस सबने अजीब -अजीब बयान दिए, जो कभी भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। जरा सोचिये, क्या इस तरह के नेताओ के हाथ में आपका देश और आप सुरक्षित हैं ?

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