शनिवार, 26 अक्तूबर 2013


प्रिय दोस्तों,
जंहा तक आर. एस. एस. की बात उनके लिए हमारे जहन में काफी आदर था और एक, दो बार मैंने दक्षिणा में भी योगदान दिया लेकिन कुछ ऐसे राष्ट्रीय स्वयं सेवक से मिला जिनका आचार विचार से जैसे ही अवगत हुआ। हमारे मन जितना  मान -सम्मान राष्ट्रीय स्वयं सेवक के प्रति था, उतना अब रहा नहीं।  कुछ दिन पहले हमे ज्ञात हुआ की हर्ष बर्धन जी के ही खेमे के ये लोग हैं।  जब हर्ष बर्धन जी को बीजेपी के दिल्ली का मुख्यमंत्री का उम्मीदवार  घोषित किया, मैं  बीजेपी के  प्रति अपनी  आस्था पर दुवारा विचार कर रहा हूँ और अपनी मनोस्थिति को आकलन करके  ये जरुर कहूँगा की हमारे जैसे ही बहुत लोग होंगे जो उनके खेमे से खुश नहीं होंगे और इसका परिणाम शायद मतगणना के बाद ही पता चलेगा।

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