RS Jha
सोमवार, 12 अगस्त 2013
यही प्याज है जो १५ शाल पहले इसी तरह लोंगो रुलाकर, भाजपाई को रुलाये थे। नतीजा भाजपाई को दिल्ली की सरकार गवानी पड़ी थी। क्या इस बार कांग्रेस की वारी तो नहीं हैं?
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