RS Jha
गुरुवार, 12 सितंबर 2013
कबीरा सत्संग नेता का, दूर हो जाये इमान, चरित्र और शील
आदर, सम्मान तो लोभ मात्र हैं पीछे सब करते हैं इनको जलील
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