शनिवार, 21 सितंबर 2013


फिक्की बात:- "प्याज -प्याज , बेतवा ये प्याज नाही कोई ताज हो गया, जंहा देखो वंहा इसी का बात करते हैं, अरे हमारे ज़माने में लहसुन, प्याज लोग घर में भी नाही रखते थे" एक बूढी अम्मा ने कही अपने पोता से"
बड़े इतिम्नान से पोता ने जवाब दिया " अम्मा जी, अब ओ प्याज ना  रहा, अब घर में नहीं लोग तिजोरी में इन्हें रखते  क्यूंकि अब इनमें सरकार गिराने का दम-खम रखता हैं।"

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